Bihar Nalkoop Yojana 2024-25: किसानों के लिए सुनहरा अवसर

Bihar Nalkoop Yojana 2024-25: किसानों के लिए सुनहरा अवसर

बिहार सरकार ने किसानों की सिंचाई समस्याओं को हल करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए बिहार नलकूप योजना 2024-25 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, किसानों को निजी नलकूप (ट्यूबवेल) स्थापित करने पर 80% तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यह पहल कृषि उत्पादन में सुधार और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। आइए जानते हैं इस योजना से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।

Bihar Nalkoop Yojana  का उद्देश्य

बिहार नलकूप योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इससे किसान अपने खेतों में पर्याप्त सिंचाई कर सकेंगे, जिससे फसल उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इसके अतिरिक्त, यह योजना पारदर्शिता और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन प्रक्रिया पर आधारित है।

सब्सिडी का विवरण

सरकार ने सब्सिडी राशि को क्षेत्र और वर्ग के अनुसार विभाजित किया है:

दक्षिण बिहार

  • सामान्य वर्ग: ₹57,000
  • पिछड़ा/अति पिछड़ा वर्ग: ₹79,800
  • अनुसूचित जाति/जनजाति: ₹91,200

उत्तर बिहार

  • सामान्य वर्ग: ₹36,000
  • पिछड़ा/अति पिछड़ा वर्ग: ₹50,400
  • अनुसूचित जाति/जनजाति: ₹57,600

यह सब्सिडी किसानों को नलकूप लगाने में आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और उनकी खेती की लागत को कम करेगी।

पात्रता मानदंड

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:

  • आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • किसान के पास न्यूनतम 0.5 एकड़ भूमि होनी चाहिए।
  • कमांड क्षेत्र में 8 हेक्टेयर तक सिंचाई क्षमता होनी चाहिए।
  • परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी या आयकर दाता नहीं होना चाहिए।
  • संकटग्रस्त पंचायतों में यह योजना लागू नहीं होगी।

मखाना खेती के चिन्हित जिले

मखाना खेती को प्रोत्साहित करने के लिए निम्नलिखित जिलों के किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी:

मधुबनी, दरभंगा, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, अररिया, किशनगंज, खगड़िया।

आवश्यक दस्तावेज़

योजना के तहत आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • आधार कार्ड
  • भूमि स्वामित्व प्रमाण (राजस्व रसीद/वंशावली)
  • बैंक खाता पासबुक
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी

सभी दस्तावेज़ों को स्कैन करके ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में अपलोड करना होगा।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. आधिकारिक वेबसाइट (horticulture.bihar.gov.in) पर जाएं।
  2. “Schemes” सेक्शन में जाकर नलकूप योजना का विकल्प चुनें।
  3. “आवेदन करें” बटन पर क्लिक करें।
  4. सभी जानकारी ध्यानपूर्वक पढ़ें और सहमति बॉक्स पर टिक करें।
  5. आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
  6. आवेदन सबमिट करने के बाद रसीद डाउनलोड करें।

सरकार जल्द ही आवेदन की अंतिम तिथि घोषित करेगी। इसलिए पात्र किसान समय रहते आवेदन प्रक्रिया पूरी कर लें।

योजना के लाभ

बिहार नलकूप योजना से किसानों को निम्नलिखित फायदे मिलेंगे:

  • सिंचाई सुविधा: निजी नलकूप से खेतों में जल की पर्याप्त आपूर्ति होगी।
  • आर्थिक राहत: 80% तक सब्सिडी से नलकूप लगाने की लागत कम होगी।
  • बेहतर उत्पादन: जल उपलब्धता से फसल विविधता और उत्पादन में वृद्धि होगी।
  • आय में सुधार: किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
  • सतत विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि आएगी।

निष्कर्ष

बिहार नलकूप योजना 2024-25 सरकार का एक सराहनीय कदम है जो किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी सिंचाई संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा। यह योजना कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक प्रभावी प्रयास है। यदि आप पात्र हैं तो बिना देरी किए इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करें। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

बिहार नलकूप योजना क्या है?

यह एक सरकारी योजना है जिसके तहत किसानों को निजी नलकूप स्थापित करने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

किसे इस योजना का लाभ मिलेगा?

यह योजना सामान्य, पिछड़ा/अति पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के किसानों के लिए है जो पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं।

इस योजना में कितनी सब्सिडी मिलेगी?

क्षेत्र और वर्ग अनुसार सब्सिडी राशि ₹36,000 से ₹91,200 तक निर्धारित है।

क्या यह योजना संकटग्रस्त पंचायतों में लागू है?

नहीं, यह योजना केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा चिन्हित संकटग्रस्त पंचायतों में लागू नहीं है।

आवेदन कैसे करें?

आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

किसानों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। समय रहते आवेदन करें और इस सरकारी सहायता का लाभ उठाएं!